शाम सवेरे तेरी यादें आती हैं : सुनो (1996)

शाम सवेरे तेरी यादें आती हैं
आके दिल को मेरे यूँ तड़पाती हैं
ओ सनम मोहब्बत की कसम
मिलके बिछड़ना तो दस्तूर हो गया
यादों में तेरी मैं जो दूर हो गया
ओ सनम तेरी यादों की कसम

समझे ज़माना के दिल है खिलौना
जाना है अब क्या है दिल का लगाना
नज़रों से ना यूँ हमको गिराना
मर भी गए तो भूल न जाना
आँखों में बसी हो पर दूर हो कहीं
दिल के करीब हो ये मुझको है यकीं
ओ सनम तेरे प्यार की कसम

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