साँस आती है साँस जाती है सिर्फ़ मुझको है इन्तज़ार तेरा आँसुओं की घटाएं पी पी के अब तो कहता है यही प्यार मेरा ज़िंदा रहने के लिए तेरी कसम इक मुलाकात ज़रूरी है सनम तेरी चाहतों ने ये क्या ग़म दिया तेरे इश्क़ ने यूं दीवाना किया ज़माने से मुझको बेगाना किया दीवाने तेरे प्यार में बड़ा ही बुरा हाल है खड़ी हूं तेरी राह में न होश है न ख्याल है इक मुलाकात ज़रूरी है सनम ज़िंदा रहने के लिए ... मेरे साथ में रो रहा आसमां मेरा प्यार खोया है जाने कहां उसे ढूँढती मैं यहां से वहां मिलन की मुझे आस है निकलती नहीं जान है मैं कितनी मजबूर हूं ये कैसा इम्तहान है इक मुलाकात ज़रूरी है सनम ज़िंदा रहने के लिए ... आज मुलाकात ज़रूरी है सनम मेरी आँखों में जले तेरे ख्वाबों के दिये कितनी बेचैन हूँ मैं यार से मिलने के लिए मेरे बिछड़े दिलबर तू जो इक बार मिले चैन आ जाए मुझे जो तेरा दीदार मिले मसीहा मेरे दुआ दे मुझे करूं अब मैं क्या बता दे मुझे कोई रास्ता दिखा दे मुझे मेरे यार से मिला दे मुझे मेरे दर्द की दवा दे मुझे आ कहीं ना अब सुकून है कहीं ना अब करार है मिलेगा मेर साथिया मुझे तो ऐतबार है इक मुलाकात ज़रूरी है सनम साँस आती है ... ज़िंदा रहने के लिए ...
ज़िंदा रहने के लिए : सिर्फ तुम
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