कैसी ये जुदाई है, आँख भर मेरी आई है
मेरा दिल डूब रहा , इसे बस अब डूबने दो
ये पहली बार हुआ , ये क्यों एहसास हुआ
मेरा दिल अब टूट रहा , इसे बस अब टूटने दो ….
मुझे बस अब रोने दो ,इस गम को बहने दो
ये साथ जो टूट रहा , इसे आज बस छूटने दो
कैसी ये जुदाई है, आँख भर मेरी आई है
मेरा दिल डूब रहा , इसे बस अब डूबने दो
एक बात सताती है , जब तेरी याद आती है
क्यों मुझसे रूठ गया , जाने क्यों दूर गया
ये पहली बार हुआ , ये क्यों एहसास हुआ
जाने अनजाने क्यू …मुझे तुमसे प्यार हुआ
हँसते हँसते रोता हु , रोते रोते हँसता हूँ
फिर खुद से कहता हूँ …जो होना था …हूँ ही गया
No comments:
Post a Comment