तुझ में रब दीखता है : रब ने बना दी जोड़ी


तू   ही  तो  जन्नत  मेरी , तू  ही  मेरा  जुन्नों 
तू  ही  तो  मन्नत  मेरी , तू  ही  रूह  का  सुकून
तू  ही  अंखियों  की  ठंडक , तू  ही  दिल  की  है  दस्तक
और  कुछ  न  जानू  में , बस  इतना  ही  जानू ..
(तुझ  में  रब  दीखता  है , यारा  में  क्या  करू ) - 2
सजदे  से  झुकता  है , यारा  में  क्या  करू
तुझ  में  रब  दीखता  है , यारा  में  क्या  करू ..


कैसी  है  यह  दूरी , कैसी  मजबूरी 
मैने  नज़रो  से  तुझे  छु  लिया
कभी  तेरी  खुसबू , कभी  तेरी  बातें
बिन  मांगे  यह  जहाँ  पा  लिया
तू  ही  दिल  की  हा  रौनक , तू  ही  जन्मों  की  दौलत
और  कुछ  न  जानू , बस  इतना  ही  जानू  ..
(तुझ  में  रब  दीखता  है , यारा  में  क्या  करू ) - 2
सजदे  से  झुकता  है , यारा  में  क्या  करू
तुझ  में  रब  दीखता  है , यारा  में  क्या  करू ..

वास्दी  वास्दी  वास्दी , दिल  दी  दिल  विच  वास्दी
नासदी  नासदी  नासदी , दिल  रो  वे  थे  नासदी
रब  ने ... बना  दी  जोड़ी .....

वास्दी  वास्दी  वास्दी , दिल  दी  दिल  विच  वास्दी
नासदी  नासदी  नासदी , दिल  रो  वे  थे  नासदी

छम  छम  आये  , मुझे  तरसाए
तेरा  साया  छेड़  के  चूमता ..
ओ  ओ , तू  जो  मुस्काए , तू  जो  शरमाये
जैसे  मेरा  है  खुदा  झूमता ..
तू  ही  मेरी  बरकत  , तू  ही  मेरी  इबादत
और  कुछ  न  जानू , बस  इतना  ही  जानू ..

(तुझ  में  रब  दीखता  है , यारा  में  क्या  करू ) - 2
सजदे  से  झुकता  है , यारा  में  क्या  करू
तुझ  में  रब  दीखता  है , यारा  में  क्या  करू ..

वास्दी  वास्दी  वास्दी , दिल  दी  दिल  विच  वास्दी
नासदी  नासदी  नासदी , दिल  रो  वे  थे  नासदी
रब  ने ... बना  दी  जोड़ी .....

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