फेंके नज़र के सिक्के उसने
बिक गयी हूँ मैं
उसने जो छू लिया तो
लगे के नयी हूँ मैं
यूँ तो प्रेमी पचत्तर हमारे
लेजा तू कर सतत्तर इशारे
दिल मेरा ... मुफ्त का
खाम्क्खा ही तरसते बिचारे
लेजा तू कर सतत्तर इशारे
दिल मेरा ... मुफ्त का
है नैय्यो सोनेया तेरे बिन गुज़ारा (2 x)
दिल के दुकानदार है दुसरे भी
हम थोडा अछे हैं , वो है फरेबी
नि में कमली कमली
नि में कमली कम.....
हां दिल के दुकानदार है दुसरे भी
हम थोडा अछे हैं , वो है फरेबी
महंगा है दिल , सबके बस का नहीं ये
बिकना है पर तेरी खातिर मुझे भी
आज बाज़ार ही बिक गया रे
लेजा तू कर सतत्तर इशारे
दिल मेरा ... मुफ्त का
हो यूँ तो प्रेमी पचत्तर हमारे
लेजा तू कर सतत्तर इशारे
दिल मेरा ... मुफ्त का
है नैय्यो सोनेया तेरे बिन गुज़ारा (2 x )
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