बिच्छू मेरे नैना , बड़ी ज़ेहेरीली आँख मारे
कमसिन कमरिया साली इक ठुमके से लाख मारे
हाय !
बिच्छू मेरे नैना , बड़ी ज़हेरीली आँख मारे
कमसिन कमरिया साली इक ठुमके से लाख मारे
नोट हज़ारो के , खुल्ला छुट्टा कराने आई
हुस्न की तिल्ली से बीडी -चिल्लम जलाने आई
आई ! चिकनी चमेली छुप के अकेली पव्वा (quarter) चढ़ा के आई (x4 times)
जंगल में आज मंगल करुँगी मैं
भूखे शेरों से खेलूंगी मैं
मक्खन जैसी हथेली पे जलते अंगारे ले लुंगी मैं
हाय ! गहरे पानी की मछली हूँ राजा
घाट घाट दरिया में घूमी हूँ मैं
तेरी नजरो की लहरो से हार के आज डूबी हूँ मैं
http://www.lyricsmint.com
होए जानलेवा जलवा है
देखने में हलवा है
जानलेवा जलवा है
देखने में हलवा है
प्यार से परोस दूँगी टूट ले ज़रा
यह तोह ट्रेलर है पूरी फिल्लम दिखने आई
हुस्न की तिल्ली से बीडी -चिल्लम जलाने आई
आई ! चिकनी चमेली छुप के अकेली पव्वा चढ़ा के आई (x4 times)
बंजर बस्ती में आई है मस्ती
ऐसा नमकीन चेहरा तेरा
मेरी नीयत पे चढ़के छूते ना है रंग गहरा तेरा
जोबन ये मेरा केंची है राजा
सारे पर्दों को काटूँगी मैं
शामे मेरी अकेली है आजा संग तेरे बीतौंगी मैं
हाय ! बातों में इशारा है
जिसमे खेल सारा है
बातों में इशारा है
जिसमे खेल सारा है
तोड़ के तिजोरियों को लूट ले ज़रा
चूम के ज़ख्मो पे थोडा मलहम लगाने आई
हुस्न की तिल्ली से बीडी -चिल्लम जलाने आई
आई चिकनी ..चिकनी ...आई ..आई
आई चिकनी ..चिकनी ...आई ..आई
आई ! चिकनी चमेली छुप के अकेली पव्वा चढ़ा के आई ....
कमसिन कमरिया साली इक ठुमके से लाख मारे
हाय !
बिच्छू मेरे नैना , बड़ी ज़हेरीली आँख मारे
कमसिन कमरिया साली इक ठुमके से लाख मारे
नोट हज़ारो के , खुल्ला छुट्टा कराने आई
हुस्न की तिल्ली से बीडी -चिल्लम जलाने आई
आई ! चिकनी चमेली छुप के अकेली पव्वा (quarter) चढ़ा के आई (x4 times)
जंगल में आज मंगल करुँगी मैं
भूखे शेरों से खेलूंगी मैं
मक्खन जैसी हथेली पे जलते अंगारे ले लुंगी मैं
हाय ! गहरे पानी की मछली हूँ राजा
घाट घाट दरिया में घूमी हूँ मैं
तेरी नजरो की लहरो से हार के आज डूबी हूँ मैं
http://www.lyricsmint.com
होए जानलेवा जलवा है
देखने में हलवा है
जानलेवा जलवा है
देखने में हलवा है
प्यार से परोस दूँगी टूट ले ज़रा
यह तोह ट्रेलर है पूरी फिल्लम दिखने आई
हुस्न की तिल्ली से बीडी -चिल्लम जलाने आई
आई ! चिकनी चमेली छुप के अकेली पव्वा चढ़ा के आई (x4 times)
बंजर बस्ती में आई है मस्ती
ऐसा नमकीन चेहरा तेरा
मेरी नीयत पे चढ़के छूते ना है रंग गहरा तेरा
जोबन ये मेरा केंची है राजा
सारे पर्दों को काटूँगी मैं
शामे मेरी अकेली है आजा संग तेरे बीतौंगी मैं
हाय ! बातों में इशारा है
जिसमे खेल सारा है
बातों में इशारा है
जिसमे खेल सारा है
तोड़ के तिजोरियों को लूट ले ज़रा
चूम के ज़ख्मो पे थोडा मलहम लगाने आई
हुस्न की तिल्ली से बीडी -चिल्लम जलाने आई
आई चिकनी ..चिकनी ...आई ..आई
आई चिकनी ..चिकनी ...आई ..आई
आई ! चिकनी चमेली छुप के अकेली पव्वा चढ़ा के आई ....
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